चेहरे पे जिनके आग है, होंठों पर फूल हैं

चेहरे पे जिनके आग है, होंठों पर फूल हैं

इन दोस्तों के सामने..................

मुझे सूझ ही नहीं रहा कि इस हिम्मत को क्या कहते हैं जो इन दोस्तों की मुस्कान से मिलती है। कोई मेरे लिए इस लाइन में लाइन जोड़ देगा ताकि मैं अपनी इन दोस्तों को सलाम भेज सकूँ।






























( 16 मार्च 2018 के फेसबुक पोस्ट से ... )

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