बीच का रास्ता कहीं नहीं होता____________________________ पाशसरकार जब कह रही हो ‘किसानों की माँगे मान ली गयी हैं और बीच का कोई रास्ता निकाल लिया जाएगा तब....रिसते घावों में टीस-सी होती है। पाश
 प्रियतमा अनामिका जी को...काव्य संग्रह 'टोकरी में दिगन्त : थेरी गाथा-2014' के लिए साहित्य अकादेमी पुरस्कार पाने पर ख़ूब ख़ूब बधाई।आपको मिला यह सम्मान दोगुनी ख़ुशी का मौक़ा है हम सबके लिए।थोड़ा तो इतराएँगे